क्या आप एक आकर्षक शरीर चाहते हैं? तो जानते हैं बॉडी बिल्डिंग के बारे में। बॉडी बिल्डिंग के दो नियम हैं। पहला पसीना बहाना कभी नहीं छोड़ना और दूसरा हैं पहले नियम को कभी नहीं भूलना , क्योंकि सिर्फ एक अंग्रेजी डिक्शनरी ही वह जगह है जहां पर बॉडी बिल्डर hardwork से पहले आता है।
अगर आप जवान हो तो जवान की तरह ही दिखो, ना की एक अधेड़ उम्र के इंसान। दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे की सही तरीके से body kaise banaye?
भीड़ से अलग कैसे दिखे
अगर आप रोज़ाना एक घंटा पसीना बहाते हो तो आप भीड़ से अलग और आकर्षक दिख सकते हो। एक घंटा पूरे दिन का सिर्फ चार प्रतिशत टाइम होता हैं।
परिणाम एक दिन में नहीं आता हैं। अनगिनत वर्कआउट सेशन लगते हैं। असली वर्कआउट तब शुरू होता हैं , जब तुम्हे लगने लगे की तुम थक चुके हो।
अगर तुम जिम करने के बाद भी सुडौल और मज़बूत नहीं दिख रहे हो, इसका मतलब तुमने ईमानदारी से कसरत नहीं किया हैं। तुम्हारी बॉडी ही तुम्हारा पहला घर है, जिसमें तुम रहते हो। इसकी दीवारें मजबूत बनाओ।
देखो पढाई बहोत ज़रूरी होती हैं। लेकिन कुछ लोग चाहते हैं की बिना कोई मेहनत किये उनकी बॉडी बन जाये। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बस सुन्दर शरीर का सपना देखते हैं और पढाई में अधिक व्यस्त होने का बहाना बनाकर पसीना बहाना छोड़ देते हैं।
आलस करना छोड़ दें
बॉडी बनाने के लिए सबसे महत्वपुर्ण नियम हैं नियमितता। अगर आप कुछ दिन कसरत करते हो और कुछ दिन आलस के कारण कसरत नहीं करते तो आपको एक परफेक्ट बॉडी बनाने में काफी समय लग जाएगा।
असल ज़िन्दगी में एक बात हैं जो बॉडी बिल्डर और एक आम इंसान को अलग बनाती हैं। जब दुनिया सुबह 04:00 बजे नींद की आगोश में सो रही हो, तब शरीर में मेहनत का हार्मोन दौड़ता है।
जब आम इंसान बहाने करता हैं की आज बहोत सर्दी हैं आज बारिश हैं या आज गर्मी है, उस समय एक बॉडीबिल्डर कोई परवाह किये बिना पसीना बहाने घर से बाहर निकल जाता हैं।
बॉडी बिल्डर एक चीज अच्छी तरह जानता है कि दर्द कुछ मिनट या कुछ घंटे का ही है, लेकिन उसको हमेशा इस बात का सुकून रहेगा की वह भीड़ से अलग दिखेगा। उसका कॉन्फिडेंस लेवल high होगा।
जब तुम स्ट्रेस में हो, तब तो रिपीटेशन ज्यादा मारो। तुम्हारे दिमाग से सिग्नल आएंगे कि आपके भीतर और शक्ति आ रही है और आप को एक सुखद अहसास होगा। आपको वर्कआउट करने में और मज़ा आने लगेगा।
कभी भी अपने वर्कआउट से चीट मत करना। यह कोई गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड नहीं है। यह तुम खुद हो। अगर करना है तो करना है। जुनून वाले लोग अपने आप को ट्रेंड करते हैं और आलसी लोग कंप्लेंट करते हैं।
जब तुम्हें दर्द हो तो सोचना कि यह तुम्हारी कमजोरी थी, जो पसीने से बाहर निकल रही है। यह सिर्फ पसीना नहीं है आपके भीतर की नकारकता हैं।
जितना तुम अकेले में पसीना बहाओगे , उतना ही तुम किसी दुश्मन के सामने कम खून बहाओगे। कमांडो को यही सिखाया जाता है। एक बॉडीबिल्डर इस बात को अच्छी तरह से जानता है। पर यहां पर तुम्हारा दुश्मन तुम खुद हो जिसका मन नहीं करता वर्कआउट करने का, सुबह जल्दी उठने का।
आपकी दुश्मन वो अनावश्यक चर्बी भी हैं जो आपके शरीर पर बढ़ते जा रही हैं। आपको इसे हराना हैं।
सही तरीके से Body Kaise Banaye?
वेट लिफ्टिंग का बीच में दो घूंट पी लेना, थोड़ा रेस्ट ले लेना, लेकिन रुकना नहीं। अगर रुक गए, जिम करना छोड़ दिया तो तुम्हारी सबसे बड़ी हार होगी। तुम अपने आप से हार जाओगे। दुनिया आपसे जीत जाएगी। फिटनेस का मतलब बस यह नहीं कि आपको दूसरों से अच्छा दिखना है।
फिटनेस का मतलब यह है कि मुझे अपने आप को कल से बेहतर दिखना है, जैसे तुम कल थे, उस से बेहतर। जितनी पावर तुम्हारे शरीर में कल थी, उससे ज्यादा आज होनी चाहिए। तुम्हारा हार्डवर्क ही तुम्हें सिक्स पैक दिला सकता है।
आज घर पर बता देना कि मम्मी पास के जिम जा रहा हूं, लेट आऊंगा। रास्ते में जाते जाते सोचना कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं, किसने मुझको धोखा दिया है, मेरा किसने अपमान किया है, मुझे किसने सबसे ज्यादा रुलाया है और अपनी हर एक्सरसाइज को भी अलग अलग नाम देना।
जब भी पुशअप लगाओ तब वह दिन याद करना जब तुम्हारे दोस्तों ने तुमको मरियल कहा था। जब भी लगे अपने प्यार में मिले धोखे को याद करना। जब भी रनिंग करो वो दिन याद रखना जब तुम्हें दवा लेने जाना था और तुम्हारी बस छूट गई थी।
अपने आप का एक रूटीन बनाओ। सोना, उठना, काम करना, वर्कआउट करना, पसीना बहाना और इन सब को फिर से कल से रिपीट करना।
दर्द कुछ देर होता है, लेकिन सुकून और ख़ुशी हमेशा रहती है कि मैं दूसरों से बेहतर हूं। मैं दूसरों से ज्यादा फिट हूं और तब तुम्हें वह सब करने का कॉन्फिडेंस मिलेगा, जो तुम पहले नहीं कर पाते थे।
यह कोई फर्जी चीज नहीं है। यह कोई मजाक नहीं है। तुम्हारी ट्रेनिंग है। एक चीते की तरह trained होना है, तुम्हें जवान होना। अगर सात बार गिर गए तो आठ बार उठ जाओ।
लाइफ में उस चीज को करने में सबसे ज्यादा मजा आता है, जब लोग बोलते हैं कि तुमसे नहीं होगा तो नहीं दौड़ पाएगा, तू बॉडी नहीं बना पाएगा।
वर्कआउट शुरू करना मुश्किल है, लेकिन एक बार शुरू हो गया तो तुम्हें रोकना मुश्किल हो जाएगा और जब तुम एक दिन खुद उनके सामने जाओगे, जो बोलता था कि यह तुमसे नहीं होगा, तो तुम्हें कुछ बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी, अपने आप दिख जाएगा।
ध्यान रखो आज से यह जंक फ़ूड खाना बंद दो। तुम कैसे दिखते हो? उससे decide होता कि तुम क्या खाते हो, कितना पसीना बहाते हो, क्या सोचते हो?
बहाने करना बंद करे
बहाने करना बंद कर दो क्योकि तुम्हे सबसे अलग दिखना हैं। कोई देखे तो लगे कि चट्टान का बना इंसान है यह। अपनी ज़िद दिखाओ।
अगर तुमने बॉडी बनाने का फैसला कर लिया हैं तो बस सोच लो की दुनिया इधर की उधर हो जाये लेकिन तुमने जो सोचा हैं वो करके दिखाना हैं। सिर्फ सपने देखने से बॉडी नहीं बनती दोस्त उसके लिए हर दिन पास के जिम में जाकर पसीना बहाना पड़ता है।
खुद को जानवर जैसा ट्रीट करना पड़ता है। शुरुआत में बहुत दर्द भी होगा पर याद रखना ये दर्द तभी होता है जब तुम्हारी कमजोरियां तुम्हारा शरीर छोड़कर जा रही हो। जब पसीना सूख जाएगा, तुम्हारा खून ठंडा पड़ जाएगा, तभी हड्डियां आकार लेंगी।
बेशक ये मेहनत तुम्हे अभी सज़ा जैसी लगेगी, लेकिन इसकी अहमियत तुम्हे तब पता चलेगी जब तुम 100 लोगों में से भी हटकर दिखोगे। और तुम जानते हो तुम्हे रोकने वाला सिर्फ एक ही बंदा है और अगर तुमने उस पर जीत हासिल कर ली तो यहां कोई माई का लाल तुम्हे रोक नहीं पाएगा। जानते हो वो बंदा कौन है?
हाँ सही पहचाना बन्दा तुम खुद हो। जब भी सुबह देर अलार्म बजेगा तो मन बोलेगा स्नूज़ कर दे और 10 मिनट और सो जा कोई फर्क नहीं पड़ता। बिल्कुल नहीं सुनना इस मन की क्योंकि अगर इसकी सुनोगे तो जिंदगी भर कभी बॉडी नहीं बना पाओगे।
तुम्हे कैसा दिखना हैं यह तुम्हे ही तय करना हैं। तुम १० लोगो में अलग से दिखना चाहते हो ना जिन्हे कोई नोटिस नहीं करता। क्या तुम्हारी ज़िद हैं की तुम ऐसे दिखो की हर कोई तुम्हे नोटिस करे ?
खुद को बदलोंगे तो दुनिया भी बदलेंगी
याद रखना दोस्त कुछ नहीं बदलेगा जब तक तुम खुद को नहीं बदलोगे। और जिस दिन तुमने खुद को बदल दिया, उस दिन से यह दुनिया भी तुम्हारे लिए लिए बदलना शुरू हो जाएगी।
जब भी तुम्हारा मन बोले गिव-अप कर दे तो इस मन को याद दिला देना वह तुम्हारे कमजोर लम्हें, जो आज भी तुम्हे चुभते है।
उस वक्त तुम कमजोर थे, पर अब तुम्हारे पास मौका है खुद को फौलाद बनाने का और अगर तुमने यह मौका गंवा दिया तो जिंदगी भर कुछ नहीं कर पाओगे। रोज खुद को चैलेंज करो जो भी तुम आज कर रहे हो उससे ज्यादा कल करने की कोशिश करना।
आज 5 किलो उठा रहे हो तो कल 10 किलो का टारगेट रखना। हर रोज खुद के रिकॉर्ड तोडना । जब भी जिम में जाओगे तो खुद के दिमाग को ऐसा तैयार करना कि जैसे तुम जंग में जा रहे हो।
खुद को ऐसा बनाओ कि अब कितनी भी तकलीफ हो, कितना भी दर्द हो, मैं पीछे नहीं हटूंगा। दर्द को कभी मत भूलना।
अपने अंदर के दर्द को गुस्से और जुनून को अपने वर्कआउट से बाहर निकाल देना। मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगे क्योंकि तुम एक शेर है।
फौलादी शरीर बनाने के लिए क्या करें?
दोस्तों, बॉडी बनाए के लिए इन बातो का ध्यान रखे और सही तरीके से पालन करे।
कारक | विवरण |
व्यायाम (exercise) | हृदय से संबंधी व्यायाम (जैसे, दौड़ना, साइकिल चलाना), शक्ति प्रशिक्षण (जैसे, भारोत्तोलन, शारीरिक वजन व्यायाम), लचीलेपन और गतिशीलता वाले व्यायाम (जैसे, योग, स्ट्रेचिंग) |
संतुलित आहार | संतुलित MICRONUTRIENT का सेवन करे (प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा), नियमित रूप से पानी पीना |
आराम और रिकवरी | नियमित समय पर सोये, हल्के-फुल्के व्यायाम और स्ट्रेचिंग, मांसपेशियों की रिकवरी और growth के लिए आराम के दिन निर्धारित करे |
मानसिक तंदुरुस्ती | तनाव कम करने की तकनीकें (जैसे, ध्यान, गहरी सांस लेना), सकारात्मक सोच और मानसिकता का विकास, दोस्तों, परिवार या किसी expert से मदत लेना |
नियमितता | नियमित व्यायाम करे, संतुलित भोजन करे, आराम और रिकवरी को प्राथमिकता दे |
लक्ष्य का निर्धारण | अपना लक्ष्य clear रखे, अपने progress को track करे, Progress और feedback के हिसाब से adjustment करे |
दोस्तों, इस बात का ध्यान रखे की व्यायाम और nutrition लेने के पहले healthcare professional या fitness expert से सलाह ज़रुर ले। अगर आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं हैं या आपका कोई स्पेशल लक्ष्य हैं तो पहले doctor से परामर्श करे।
निष्कर्ष
इस लेख bodybuilding motivation मे मैंने आपको बताया हैं की अगर आपको एक सुन्दर सुडौल मजबूत शरीर चाहिए तो आपको इसका पक्का इरादा कर लेना चाहिए। आपको आलास को त्याग करके मेहनत पर ध्यान देना चाहिए।
आपका मन तो करेंगे की आज रहने देते हैं कसरत को कल से शुरुवात करते हैं। लेकिन ये गलत हैं। एक बार अपने ठान लिया हैं की आपको रोज़ाना कसरत करना हैं मतलब करना हैं चाहे कुछ भी हो जाये।
आशा करता हूँ आपको मेरी बातो से की प्रेरणा मिली होंगी और मेरा यह लेख पसंद आया होगा. अगर आपको पास के जिम से सम्बंधित या body kaise banaye in hindi की कोई भी जानकारी चाहिए तो आप निचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हो।
सवाल जवाब
जिम करने की उम्र कितनी होती है?
विशेषज्ञों की माने तो जिम जाने की सही उम्र २० साल से लेकर ५० साल तक होती हैं। अगर आप चाहते हो की थोड़ा जल्दी जिम ज्वाइन किया जाये तो १७-१८ की उम्र होने पर ही जिम की सदस्यता लें।
रोज जिम जाने से क्या होता है?
अगर आप रोज़ाना जिम जाते हो तो आपके शरीर की मांसपेशियां मजबूत होंगी। शरीर से फैट कम होगा। आपका शरीर सुन्दर और सुडौल होगा।
आपकी त्वचा चमकदार होंगी और आपको हमेशा ख़ुशी का अहसास होगा। साथ ही साथ नए मित्र बनेंगे जिस से आपकी सोशल लाइफ में एक सुखद बदलाव भी आएगा।
जिम करते समय क्या पीना चाहिए?
कसरत करते समय आपको बीच बीच में थोड़ा पानी पीना चाहिए क्योकि जिम करने से शरीर से काफी पसीना निकलता हैं. इसीलिए शरीर को हाइड्रेट करने के लिए पानी पीना ज़रूरी हैं।
जिम जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
जिम जाने का सबसे बेहतर समय सुबह ७ से ९ बजे होता हैं। हो सके तो दोपहर या शाम में जिम जाना टाल दें। ऐसा करने से आप रात में अच्छी नींद ले सकते हो।
क्या खाली पेट जिम करना चाहिए?
बिलकुल नहीं, खाली पेट कसरत करने से आपके मसल्स में चोट लग सकती हैं. पास के जिम जाने से पहले आप फल या जूस ले सकते हैं।
खाना खाने के कितने घंटे बाद जिम जा सकते हैं?
खाना खाने के ३ से ४ घंटो के बाद ही आप वर्कआउट करने जिम जायें।
शरीर में मांस बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?
आपको protein powder अधिक मात्रा में लेना चाहिए , साथ ही चिकन , मछली , चावल , अंडे और आलू नियमित रूप से खाना चाहिए।
80 किलो वजन वाले को कितना पानी पीना चाहिए?
आपको रोज़ाना कम से कम ८ से १० गिलास पानी (४ से ५ लीटर ) पीना चाहिए।