क्या हम सच में खुद को बदल सकते हैं? | Khud Ko Kaise Badle?

खुद को कैसे बदले?

यार मैं कितना ज्यादा काला हूँ। यार में गोरा क्यूँ नहीं हूँ। यार मेरा वेट कितना ज्यादा है। यार मेरा वेट कितना ज्यादा कम है, मेरी हाइट इतनी कम क्यूं है? मेरे दोस्त की हाइट तो काफी ज्यादा है यार। मैं इतना पतला क्यों हूं यार। में इतना मोटा क्यों हूं यार? मेरी शक्ल अच्छी क्यों नहीं है? मेरे बाल अच्छे क्यूं नहीं है? आजकल सभी के मन में यही सवाल हैं की Khud Ko Kaise Badle?

सबसे पहली चीज ये क्लियर कर देता हूं कि हर इंसान अपने आप में अलग दिखता है। आप खुद ही सोचो दुनिया में इतने सारे लोग हैं लेकिन हर किसी का चेहरा थोड़ा थोड़ा अलग है।

आप सोचो की इतने सारे लोग है। सबकी आंखें होती है, सबके नाक होते, सबके कान होते लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं थोड़े अलग अलग ज़रूर दिखते है। 

आपको भी एक अलग बॉडी मिली है। आप भी अपने आप में unique हो। लेकिन आप सोचते हो आपकी हाइट बहुत ज्यादा छोटी है, आप अच्छे नहीं दिखते हो, आप काले हो, आप मोटे हो।

ये सारे विचार अगर आपके दिमाग में आते है ना तो सबसे पहली चीज खुद को accept करो। 

अगर आपकी हाइट छोटी है खुद को एक्सेप्ट कर लो। अगर आप जैसे भी है वैसे ही खुद को एक्सेप्ट करो तब जाकर दुनिया आपको वैल्यू देगी। तब जाकर दुनिया आपकी रिस्पेक्ट करेगी।

अगर आप खुद से टेंशन में हो की मेरी हाइट बहुत कम है, मैं बहुत काला हूं। मैं बहुत ऐसा दिखता हूं। मैं वैसे दिखता हूं तो इससे लोग भी आपको हल्के में ही लेगे और आपके लुक की वैल्यू नही करेगे।

सबसे पहली चीज आप जैसे भी दिखते हो पहले खुद को एक्सेप्ट करो क्योंकि जब तक आप खुद को एक्सेप्ट नहीं करोगे तब तक दुनिया भी आपको एक्सेप्ट नहीं करेगी

अब एक्सेप्ट करने का मतलब ये नहीं है कि अगर आप बहुत ज्यादा मोटे हो तो खुद को accept कर लो कि मैं बहुत ज्यादा मोटा हूं। मैं मोटा ही रहूंगा। नहीं, जो चीजें बदली जा सकती है, उसे बदलने की कोशिश करो ताकि आप बेस्ट से बेस्ट दिखो। 

अगर आप मोटे हो तो वजन काम करने की कोशिश करो। अगर आप बहुत ज्यादा पतले हो तो कोशिश करो कि आपका वजन बढ़ जाये।

अगर आपकी बॉडी फिट नहीं है तो वर्कआउट करो। उसे फिट करने की कोशिश करो। उसे maintain रखने की कोशिश करो। अपना diet plan अच्छा करो। यानी जो चीजें बदली जा सकती है उसे बदलने की कोशिश करो। 

अगर आप काले हो तो आपको लग रहा है कि आप बहुत ज्यादा काले हो। तो इस चीज को accept करो। दोस्तों , आपने खुद को अपना लिया ना तो दुनिया भी आपको अपना लेगी। दुनिया आपकी इज़्ज़त करेगी ही करेगी। आप कोशिश करो। आप जैसे भी हो उसमें आप बेस्ट से बेस्ट दिखोगे। 

अगर मैं मेरी बात करूं तो मैं मेरे दोस्तों में सबसे ज्यादा लम्बा बंदा हूं। मेरी ऊंचाई ६ feet है, लेकिन मेरे ऊंचाई के हिसाब से मेरा वजन ५८ kg ही हैं । लेकिन ऐसा नहीं कि मैंने खुद को accept कर लिया। दोस्तों , मेरा वजन ५८ kg है, लेकिन मुझे अपना weight gain करना है क्योंकि जो चीज बदली जा सकती है उसे बदलने की कोशिश करो

अगर आपकी हाइट ज्यादा नहीं है, आप एक आयु तक पहुंच चुके हो जहां ऊंचाई नहीं बढ़ती है।

accept कर लो कि हां अब मेरी ऊँचाई नहीं बढ़ेगी, लेकिन मैं अपनी बॉडी को perfect करूंगा। 

अपने लुक को बेस्ट से बेस्ट करूंगा। आप जब तक खुद को बेस्ट नहीं बनाओगे, आप जैसे भी हो Khud Ko Badle, खुद को बेस्ट बनाने की कोशिश करे। 

दोस्तों, ऐसा बहुत बार होता है जब हम देखते है किसी शादी में कि लड़का इतना अच्छा नहीं दिखता, लेकिन लड़की बहुत ज्यादा खूबसूरत होती है और उनकी शादी हो जाती है।

इस केस में उस लड़के ने अपने जिंदगी में कोई ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है। वो अपनी जिंदगी में उस लेवल पर है कि उसका look matter नहीं करता लेकिन उसका काम matter करता है। 

इसीलिए आप भी ऐसी पहचान बनाओ कि आप जैसे भी हो। ठीक है? लेकिन आपका काम बेस्ट से बहुत ही ज्यादा बेस्ट हो।

जिस दिन आपका काम आपकी पहचान बन जाएगा उस दिन लुक लोगो के लिए matter नहीं करेगा। लोग ये नहीं देखते कि आप कितने ज्यादा खूबसूरत हो।

लोग ये देखते ही कि आपकी जिंदगी में आप किस level पर हो। तो इसीलिए अगर आपको लगता है कि मैं अच्छा नहीं दिखता तो ये बातें अपने दिमाग से निकाल दो। 

जिंदगी एक बार मिलती है। Khud Ko Kaise Badle? इसी सोच में समय बेकार कर दोगे क्या कि मैं ऐसा दिखता हूं। मैं वैसा दिखता हूं। इससे सिर्फ आपका वक्त बर्बाद होगा। सिर्फ आपका समय बर्बाद होगा।

आप जैसे भी खुद को एक्सेप्ट करो, बेस्ट से बेस्ट दिखने की कोशिश करो। अपने आप से प्रॉमिस करो खुद से कि मैंने आज खुद को accept कर लिया है। 

मैं जैसा हूं अगर मेरा वज़न ज्यादा है, मैं कम करने की कोशिश करूंगा। वज़न कम है, मैं बढ़ाने की कोशिश करूंगा। लेकिन कभी भी अपने लुक को लेकर ज्यादा stress नहीं लूंगा, ज्यादा टेंशन नहीं लूंगा क्योंकि आप अपने आप को पूरी तरह नहीं बदल सकते। आपको खुद को accept करना है

आप बेस्ट से बेस्ट दिखने की कोशिश करो। लेकिन ऐसा नहीं कि खुद को किसी और के साथ compare कर रहे हो। खुद को accept करके तो देखो, फिर देखो जिंदगी कितनी खूबसूरत हो जाती है। 

ओवरथिंकिंग को कैसे रोकें | How To Stop Overthinking in Hindi

अगर आप भी दिनभर कुछ ना कुछ सोचते रहते हो। अगर आपके माइंड में भी अलग अलग या हजारों थॉट्स आते हैं यानी ओवर थिंकिंग। तो आज मैं आपको कुछ सिंपल तरीके बताऊंगा जिस से आप जानोंगे की Overthinking Kaise Kam Kare?

जिस वजह से आप ज्यादा सोचने से बच सकते हो। याद रखना अगर आप दिनभर सोचते रहते हो अगर आपके माइंड में अलग अलग विचार आते रहते हैं तो इस वजह से आपके जीवन में negativity आएगी। आपके लाइफ में डिप्रेशन आएगा। आपके लाइफ में stress बढ़ेगा

ओवर थिंकिंग को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी अपने लाइफ से खत्म कर दो। सबसे पहली बात एक्शन लो, सोचो की Khud Ko Kaise Badle? हम में से कई लोग यह गलती करते हैं कि कोई काम करने से पहले उस काम के बारे में काफी ज्यादा सोचते हैं। 

अगर आप एक्शन लेंगे तो आप उसमें busy हो जाओगे। फिर आपको ज्यादा सोचने का समय नहीं मिलेगा और आप ओवर थिंकिंग में नहीं फ़सेँगे। 

याद रखना, अब जितना ज्यादा सोचोगे, आप उतना ही ज्यादा उलझ जाओगे। इसीलिए एक्शन लेने से पहले ज्यादा सोचो मत। जल्दी सोचो और जल्दी से एक्शन लो।

अगली बात जो मैं आपको बताने वाला हु वह काफी ज्यादा जरूरी है और काफी ज्यादा सिंपल भी है। अगर आप किसी वक्त बहुत ज्यादा सोच रहे हो आपके माइंड में ओवर थिंकिंग के वजह से स्ट्रेस (stress) बढ़ रहा है तो उस समय खुद को distract कर दो। आपको खुद को distract कैसे करना है?

आप जहां पर भी बैठे हो मान लो अपने घर के रूम में बैठे हो। जो भी बाहर से आवाज आती है उस आवाज पर कुछ देर के लिए focus करो। या फिर आप fan को भी देख सकते हो।

कुछ देर के लिए आप मोबाइल के screen को भी देख सकते हो। कुछ देर के लिए आप जब भी ऐसा करते हो मतलब जब भी आप खुद का ध्यान भटका देते हो तो उस वक्त आप ओवर थिंकिंग से बच सकते हो। 

इसीलिए जब भी आपके दिमाग में over thinking काफी ज्यादा हो रही है यानी आपके दिमाग में अलग अलग विचार काफी ज्यादा आ रहे है, तब आपको यह काम करना है।

आपको सिर्फ अपने ध्यान को कुछ देर के लिए किसी और जगह पर लेकर जाना है। इस वजह से ओवर थिंकिंग कुछ देर के लिए रुक सकती है और आप फिर से normal हो सकते हो।

जो मैं अगली बात बताने जा रहा हूं वह भी काफी ज्यादा जरूरी है। अपनी ज़िन्दगी में थोड़ी ख़ुशी लाये। कुछ नया सीखे। जब तक आपके जिंदगी का कोई मकसद नही रहेगा तब तक आप कुछ नया नहीं सिख सकोगे।

जब तक आप मस्ती और fun पर फोकस नहीं करोगे तब तक आपकी ज़िन्दगी में ओवर थिंकिंग बढेगी ही बढ़ेगी।

इसीलिए काफी ज्यादा जरूरी है कि आप हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करो। अपने काम से related अगर आपका आपके जो भी सपना है उस सपने से related कुछ नया सीखने की कोशिश करो। बेहतर से बेहतर बनने की कोशिश करो। खुद को busy रखो, खुद को ज्यादा टाइम मत दो

कुछ अच्छे दोस्त बनाओ, उनके साथ fun करो। लेकिन हां खुद को खाली समय ज्यादा मत दो। अगर आप बेवजह खुद का समय बर्बाद कर रहे हो तो आपकी ज़िन्दगी में ओवर थिंकिंग पक्का आएंगी।

दोस्तों, आखिर में बताने वाला हूं, वह काफी जरूरी है और काफी आसान चीज़ है, वह चीज़ हैं मेडीटेशन जो ओवर थिंकिंग से बचने का एक बहुत अच्छा तरीका है।

अगर आप अपने लाइफ में शांति चाहते हो अगर आप अपने जीवन में stress नहीं चाहते हो ना तो आपको मेडिटेशन करना ही चाहिए।

अब मैं आपको यह नहीं बताने वाला कि मेडिटेशन कैसे करते हैं। उसके लिए गूगल पर काफी websites है, आप सर्च करो की मेडिटेशन कैसे करें और Overthinking Kaise Kam Kare?

आप सुबह में कर सकते हो। शुरू में पांच मिनिट तक करो। अगर आप मेडिटेशन कर रहे हो तो इस वजह से आपकी over thinking जरूर कम होगी।

आपके दिमाग और मन को शांति मिलेगी। मेडिटेशन से आपकी काफी ज्यादा मदत होने वाली है। इसीलिए मेडिटेशन को अपने लाइफ में ज़रूर अपनाये और कोशिश करो की meditation करके Khud Ko Kaise Badle?

गुस्से वाले दिमाग को शांत कैसे करें? | How To Control Anger?

गुस्सा आपके लाइफ को और आपकी रिलेशनशिप को बहुत ज्यादा कमजोर बना देता है। गुस्सा सभी को आता है। सभी के पास इमोशंस होते हैं। तो गुस्सा आना काफी ज्यादा नॉर्मल है, लेकिन काफी ज्यादा जरूरी है गुस्से को कंट्रोल करना। तो दोस्तों, गुस्से वाले दिमाग को शांत कैसे करें?

जब भी आपको गुस्सा आता है रिलेशनशिप में, फैमिली में, फ्रेंड्स के बीच तब आप खुद को कुछ देर के लिए सबसे अलग कर दो। आपको गुस्सा तभी आता है जब आपके आस पास लोग होते हैं और फिर हम अपना सारा गुस्सा उन लोगों पर निकाल देते हैं। 

लेकिन जब आप अकेले रहोगे तब काफी ज्यादा चान्सेस है कि आपका गुस्सा कम हो जाए। गुस्सा कुछ देर के लिए होता है, गुस्सा हमेशा के लिए नही होता।

जब भी आपको किसी से बात करते वक्त गुस्सा है तो चुपचाप वहां से निकलकर किसी अकेले जगह पर चले जाओ

इससे क्या होगा कि आपका गुस्सा बहुत ही जल्द कंट्रोल में आ जाएगा। काफी लोग गुस्से में कई सारी गलती करते है तो आप सारी गलती करने से बच जाओगे। 

जब भी आपको गुस्सा आए तब आप अकेले जगह पर चले जाओ जहां कोई भी ना हो। दूसरी बात माफ करो, माफी मांगो या फिर उन चीजों को भूल जाओ।

गुस्सा ज्यादातर कब आता है जब आगे वाले की गलती होती है या फिर खुद की गलती होती है तभी हमें रिलेशनशिप में गुस्सा आता है। गुस्से पर कंट्रोल करे और जानने की कोशिश करो की Khud Ko Kaise Badle?

लेकिन जब भी आपको गुस्सा आता है तो पहले गुस्से को शांत करो। अगर आगे वाले इंसान की गलती है यानि आपकी गर्लफ्रेंड की, आपके बॉयफ्रेंड की, आपके फ्रेंड्स की, फैमिली की तो उन्हें माफ कर दो या फिर आपकी गलती है तो आप अपना attitude और ego बाजु में रखकर उनसे sorry कहो और बाद में ये सारी चीजे भूल जाओ।

जब तक आप नहीं भूलोगे जो आपके साथ हुआ तब तक आपको गुस्सा बार बार आते रहेगा। इसलिए काफी ज्यादा जरूरी है कि आप उनसे माफी मांगो या फिर उन्हें माफ कर दो और इन सारी चीजों को भूल जाओ।

अगली बात काफी ज्यादा लोग यह समझते है कि अगर जब हमें गुस्सा आता है तो हम smoke नशा करके गुस्से को शांत कर सकते हैं। 

लेकिन यह बिल्कुल गलत है। जब भी आपको गुस्सा आता है और वैसे भी आपको स्मोक नहीं करना चाहिए। इससे आपकी मेंटेलिटी और ज्यादा कमजोर होगी।

सवाल ये हैं की Gusse Ko Control Kaise Kare? आप अगर नशा कर रहे हो तो इससे आपका गुस्सा और ज्यादा बढ़ेगा, कम नहीं होगा और आखिरी बात में यही कहना चाहता हूं कि अगर आगे वाले इंसान की गलती है, जिस इंसान पर आपको गुस्सा आ रहा है तो आप सारी चीजें बैठकर face to face या फिर कॉल पर clear करो। 

जब तक वह सारी चीजे क्लीयर नहीं होगी तब तक आपको गुस्सा आते रहेगा। इसलिए काफी ज्यादा बेहतर है कि एक ही बार में आप सारी चीजों को क्लीयर कर दो। अगर आपको उस इंसान से प्रॉब्लम है अगर आप उस इंसान के साथ comfirtable नहीं हो तो उन्हें यह बात समझाओ। 

अगर आगे वाला इंसान आपसे प्यार करता है तो वह आपको जरूर समझेगा और अगर उसे नहीं फर्क पड़ रहा है कि आपको गुस्सा आ रहा या फिर आपकी जिंदगी में क्या चल रहा है तो समझ जाएं कि ऐसे रिलेशनशिप से अब दूर जाना ही बेहतर है। मुश्किल है, लेकिन जरूरी है।

असली खुशी कैसे मिलती है? | How To Be Happy Alone

24 घंटे उदास रहते हूं। आपके आस पास मनहूसियत फैली रहती है। कुछ लोग ऐसे होते हैं कि वह सारा दिन उदास रहते हैं। उनके आसपास सारा दिन negativity रहती है। वो कभी भी खुश नहीं रहते। हमेशा दुखी रहते हैं।

एक निगेटिव पर्सन बनना बहुत ज्यादा आसान है, लेकिन एक पॉजिटिव पर्सन बनना बहुत ज्यादा मुश्किल है। आप हमेशा पॉजिटिव नहीं रह सकते। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप हमेशा निगेटिव बने रहो। आपके आसपास हमेशा निगेटिविटी रहे। हर समय कोशिश करो कि Khush Kaise Rahe?

हमेशा उदास बने रहो। हमेशा उदासी को फैलाते रहो। मनहूसियत को फैलाते रहो। नहीं। अगर आप भी उदास हो अगर आप भी दिनभर उदास रहते हो। अगर आपके आसपास भी मनहूसियत है तब आपको क्या करना चाहिए? यह असली खुशी कैसे मिलती है?

अगर आप एक ऐसे इंसान हो जो हमेशा उदास रहता है, हमेशा अपने प्रॉब्लम्स का रोना रोता है। हमेशा कभी भी खुश नहीं रहता है। हमेशा दुखी रहता। तो ऐसे में कोई भी इंसान आपको वैल्यू नहीं देगा आपकी इज़्ज़त नहीं करेगा। आपसे दूर भागेगा।  

आप बहुत अकेला फील करोगे क्योंकि आपकी जिंदगी में अच्छे लोग तो रहेंगे ही नहीं। उदास लोगों के साथ कोई भी समय बिताना नहीं चाहता है। उदास लोगों को कोई भी value नहीं देना चाहता है। मुश्किलें तो सभी के ज़िन्दगी में होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अपनी problems को लेकर रोते बैठो। 

प्रॉब्लम को हल करने की कोशिश करो। ऐसी कोई प्रॉब्लम नहीं, जिसका कोई हल नहीं है। यह ज़रूरी है कि आप कैसे सोचते हो? चाहे मुश्किलें कितनी भी बड़ी हो? अगर आप एक उदास इंसान ना। अगर आप मनहूसियत फैलाते हो तो अच्छे लोग आपको अपनी ज़िन्दगी से निकाल देंगे।। हमेशा ये बात ध्यान में रखो की Khush Kaise Rahe?

अगर आप उनके लाइफ में जाओगे उनके साथ समय बिताओगे तो उनकी लाइफ में भी उदासी फैलाएंगे। तो वैसे लोग आपको अपने जीवन में आने ही नहीं देंगे और बाहर से निकाल देंगे। इसी वजह से आप अपने लाइफ में काफी सारे अच्छे लोगों को खो दोगे। 

आपको 24 घंटे उदास नहीं रहना है। 24 घंटे आपको मनहूसियत नहीं फैलानी है कि यार मेरे जीवन में ये चल रहा है, वो चल रहा है। सबकी ज़िन्दगी में मुश्किलें होती हैं।  

अगर आप चाहते हो कि आप अपने लाइफ में उदास नहीं रहो बल्कि आप अपने लाइफ में खुश रहना चाहते हो, पॉजीटिव रहना चाहते हो तो अपने लाइफ से उन लोगों को निकालो जो negativity फैलाते हैं। जो आपके दिमाग में नकारात्मक विचार डालते हैं। ऐसे लोगों को अपने ज़िन्दगी से निकाल दो। ये जान ने की कोशिश करो की Khud Ko Kaise Badle?

जब तक ऐसे लोग आपके लाइफ से नहीं जाएंगे तब तक अच्छे लोग आपके लाइफ में नहीं आएंगे। जितने भी निगेटिव लोग हैं, जितनी भी निगेटिविटी है आपकी ज़िन्दगी में उन सभी को धीरे-धीरे अपने लाइफ से निकाल दो। तब जाकर आपकी लाइफ में positivity आएगी।  किसी के साथ रिलेशनशिप में हों तो सही इंसान को ही चुनिए।  

मैं 6 महीने में खुद को कैसे बदलूं?

अगर आप भी चाहते हो कि आप खुद को ६ महीनो में बदले, तो निचे दिए स्टेप्स को फॉलो करे।

स्टेप्स विवरण 
नयी आदते सीखे खुद में बदलाव लाये। अपने attitude , behaviour और  mindset को बदलकर नई आदते सीखे।
बाधाओं पर काबू रखें बदलाब के समय काफी सारी कठिनाइयों सामने आती  हैं। इसलिए आपको इन कठिनाइयों को हल करना सीखना होगा। 
Progress पर नज़र रखें नियमित रूप से इस बात का संज्ञान ले कि आप अपने लक्ष्य की तरफ कितना पहुंचे हो। 
खुद पर ध्यान दें इस बदलाव के समय खुद के लिए करुणा का भाव रखे। इस बात को समझे की बदलाव होने के लिए समय लगता हैं।  
नियमित रहे लम्बे समय तक सफल होने के लिए आपको नियमित रूप से अपनी नयी आदतों का पालन करना होगा। 
लक्ष्य पे ध्यान केंद्रित करे एक ऐसा लक्ष्य निर्धारित करे जिसे एक निश्चित समय में पूरा किया जा सके। 
प्लान बनाये  विस्तार से एक ऐसा प्लान बनाये जिसमे आपके लक्ष्य को पाने के लिए जो जो स्टेप्स उठाने हैं उनकी जानकारी हो।  
करीबियों की मदत ले आपके दोस्तों या रिश्तेदारों की मदत ले जो आपको प्रोत्साहित करने में मदत कर सकते हैं ताकि आप अपना नया लक्ष्य प्राप्त कर पाए।  

निष्कर्ष

आपको हमेशा एक ऐसी पर्सनैलिटी बनना है जिनसे लोग बात करना पसंद करें। ऐसे नहीं बनाएं कि लोग आपसे दूर भागे। खुद के अंदर ऐसी quality बनाओ की लोग आपको पसंद करे। कोशिश करो की Khud Ko Kaise Badle? खुद को बदल दो क्योकि ये उदासी, मनहूसियत, रोना धोना ये सारी चीजें आपको बर्बाद कर देगी। आपको एक कमजोर इंसान बनाएगी।

आशा करते हैं की आपको हमारा लेख पसंद आया होगा, अगर आपको कोई सवाल पूछना हैं तो कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हो। आपके सवालो के जवाब आपको तुरंत मिल जाएंगे

सवाल जवाब

खुद को दूसरों से बेहतर कैसे बनाएं?

दुसरो से बेहतर बनने के लिए हमे खुद के बारे में सोचना चाहिए न ही दुसरो के बारे में।

खुद को बदलने में कितना समय लगता है?

खुद को बदलने में लगभग ६६ दिन लग जाते हैं

Leave a Comment