गर्लफेंड बनाना है तो एक concept होता है रिवर्स साइकोलॉजी (Reverse Psychology ) का जो कि लगभग १०० प्रतिशत काम करता है। अगर आपने रिवर्स साइकोलॉजी के बारे में नहीं सुना तो मैं आपको बता देता हूं कि रिवर्स साइकोलॉजी एक ऐसी strategy है जिसका इस्तेमाल करके हम सामने वाली लड़की को influence कर पाते हैं और उसे approach करके उसको अपने पास आकर्षित भी कर पाते हैं।
इसमें हम किसी को सीधे नहीं कहते हैं, बल्कि उनकी के अपोजिट काम करते हैं। अपोजिट रिस्पॉन्स देते हैं ताकि हम उसको काफी ज्यादा impress कर पाएं।
Impress करने के लिए Reverse Psychology एक बहुत ही ज्यादा पावरफुल टूल है। जैसे कि अगर तुम किसी लड़की को इंप्रेस करना चाहते हो तो उसके व्यवहार के मुताबिक नहीं चलना है बल्कि कुछ बदलाव करके उसके व्यवहार के ऑपोजिट चलना है ताकि आप उसके दिमाग में एक spark पैदा कर सको।
क्योंकि सीधी सी बात अगर कोई चीज हमारे मुताबिक होती है तो हमें ज्यादा दिलचस्प नहीं लगती क्योंकि वो एक साधारण सी चीज होती है। लेकिन जब कोई चीज हमारे मुताबिक नहीं जाती, ऑपोजिट जाती है तो वो ज्यादा दिलचस्प लगता हैं।
अगर कोई क्रिकेट मैच चल रहा है और हमारे इंडिया की टीम जीत ली तो इतना मजा नहीं आता। लेकिन जब आखिरी मैच तक जाता आखिरी बॉल तक जाता मैच तब हमें ज्यादा मजा आता है कि यार कौन जीतेगा, कौन जीतेगा?
तो मैं आपको पाँच तरीके से बताने वाला हूं उदहारण के साथ कि आप किस तरीके से लड़की को impress करने के लिए लड़की को पटाने के लिए उसको इस्तेमाल कर सकते हो।
ट्रिक 1 : साधारण तारीफ ना करे
सबसे पहला तरीका यहां पर आ जा रहा है compliments का उल्टा यूज करना। कॉम्प्लिमेंट्स का Reverse Psychology यूज करते वक्त आप अपने शब्दों और अपने gesture को modify करके इस्तेमाल करते हो ताकि जो आपके expressions हैं और जो आपके वास्तविक कॉम्प्लिमेंट्स हैं, उनसे ऑपोजिट दिशा में आप लेकर जा सकोगे।
इसमें ये होता है कि जब लड़की कुछ अच्छा करे या कुछ हासिल करे या कि कुछ काम पूरा करे तो आपको सीधा तारीफ नहीं करना, बल्कि कुछ कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिज्म (constructive criticism)
या tease कमेंट्स इस्तेमाल करके उसको कॉम्प्लिमेंट देना।
Example 1
उदाहरण के तौर पर अगर लड़की जैसे आपके ऑफिस में और वो बोलती है कि आज तो मैंने जो प्रोजेक्ट बनाया वो काफी ज्यादा अच्छा था, है ना? लड़की आपसे कॉम्प्लिमेंट चाह रही है।
अगर आप सीधे तरीके से बोलोगे कि हां बहुत ज्यादा अच्छा प्रोजेक्ट था तो लड़की को अच्छा लगेगा लेकिन अगर आप ये बोलोगे कि, हां तुम्हारा प्रोजेक्ट ठीक था पर मुझे लगता है कि तुम उस से बेहतर परफार्म कर सकती थी, तो थोड़ा अगली बार और अच्छे से कोशिश करना।
अब आपको क्या लगता है कि साधारण तारीफ की होती तो लड़की आपके बारे में घर जाकर सोचती? या अब ज्यादा सोचेगी जब आपने कहा की “हां ठीक था, लेकिन कुछ अच्छा कर सकती हो।”
इसका जवाब आप खुद अपने आप से पूछो कि जब कोई इंसान आपके बारे में बुरा कहता है तो उसके बारे में आप ज्यादा घर जाकर सोचते हो या जब अच्छा कहता है तब?
जब कोई बुरा कहता है तब हम ज्यादा सोचते हैं कि उसने ये क्यों कहा? वो क्यों कहा? आपको उसकी बुराई नहीं करनी है। आपको उसकी तारीफ ही करनी हैं, उसको कॉम्प्लिमेंट ही देना है लेकिन थोड़ी आलोचना करके।
इससे जो उसका ध्यान होता हैं होती है वो साफ attraction की तरफ जाती है क्योंकि वो आपकी validation अटेंशन के लिए स्ट्राइक करेगी। क्योंकि हर इंसान को वैलिडेशन चाहिए होता है और अगर ऐसा न होता तो लड़कियां ये न पूछती कि आज मैं ब्यूटिफुल लग रही हूं या नहीं क्योंकि वो कितनी अच्छी लग रही हैं लेकिन फिर भी उसको वैलिडेशन चाहिए होता है।
ट्रिक 2 : व्यस्त होने का दिखावा करे
Reverse psychology का इस्तेमाल करके लड़की को पटाने का दूसरा तरीका है अटेंशन को ऑपोजिट अप्लाई करना। इस टेक्नीक में आप लड़की के साथ इंटरैक्ट करते वक्त थोड़ा डिस-इंटरेस्ट या व्यस्त होने का इंप्रेशन देते हो।
आप उसकी अपेक्षा के ऑपोजिट रियेक्शन देते हो जिससे कि उसकी जिज्ञासा और इंटरेस्ट आप में और ज्यादा बढ़ जाती है। अभी आप खुद ही देख लो कि, जब कोई लड़की आपका रिप्लाई अच्छे से देती है तो आपको मजा आता है। लेकिन जब कोई लड़की रिप्लाई नहीं देती तब आपको ज्यादा Curiosity होती हैं की रिप्लाई क्यों नहीं कर रही है? क्या हो गया? इसको क्या हो गया? बात क्यों नहीं कर रही है? और ये चीज का इस्तेमाल लड़किया बहुत बार करती हैं।
Example 2
उदाहरण देता हूं, लड़की ने तुम्हें कोई किताब पढ़ने के लिए दी और लड़की तुमसे पूछती है कि तुमने वो किताब पढ़ी जो मैंने कहा था? तो आप बोलेंगे “नहीं यार! मैं थोड़ा बिजी हो गया था पर ठीक है मैं बाद में पढ़ लूंगा।” जब मुझे समय मिलेगा। अब तुमने लड़की को बहुत ज्यादा चैलेंज कर दिया। आपने लड़की को वेलिडेशन नहीं दिया।
आपने लड़की के जो रिएक्शन है उसकी उम्मीद के ऑपोजिट काम किया। जाहिर सी बात है अगर कोई लड़की किसी लड़के को किताब पढ़ने के लिए कहे या कोई गाना सुनने के लिए कहे, कोई मूवी देखने के लिए कहे तो हर लड़का देखेगा।
लेकिन आपने वह चीज न करके लड़की के अटेंशन को और ज्यादा खींच लिया। अब लड़की अगली बार आपसे बार बार पूछेगी कि “जो तुमने जो तुम्हें मैंने किताब दी थी वो तुमने पढ़ी है। नहीं पढ़ी? क्यों नहीं पढ़ी? पढ़ो ना। बहुत अच्छी मूवी है देखो ना। जो मूवी रिकमेंड की थी।” तो इससे आपने क्या किया? लड़की के अट्रैक्शन को और ज्यादा अपने पास खींच लिया।
तो जब लड़की आपसे कुछ पूछती है या मेल-जोल करती है तो आप थोड़ा डिस-इंटरेस्ट दिखाते हुए सीधा उसकी बात पर फोकस ना करते हुए उसे यह दिखाते हैं कि ठीक है मैं कर लूंगा। इससे आपकी अटेंशन और प्रतिक्रिया को पाने के लिए और ज्यादा कोशिश करती है।
ट्रिक 3: ऑपोजिट गाइडेंस दें
रिवर्स साइकोलॉजी को यूज करने का तीसरा तरीका है, डिसीजन मेकिंग में ऑपोजिट गाइडेंस देना। इस तरीके में आप लड़की के डिसीजन को चैलेंज करते हुए उसके ऑपोजिट डायरेक्शन में उसे गाइड हो। आप उसकी चॉइस को चैलेंज करते हुए उसके ध्यान को खींचने की कोशिश करते हो।
Example 3
उदहारण के लिए, अगर लड़की आपसे पूछती है कि कौन सी ड्रेस बेहतर लग रही है मुझ पर? ये लाल वाली या फिर गुलाबी वाली? तो आप बोल सकते हो ये वाली तो ठीक है पर वो दूसरी वाली ट्राई करके देखो। वो ज्यादा बेहतर लगेगी जो नीली कलर की है।
आपने देखा आपने कितना मजेदार काम किया। लड़की चाह रही थी लाल और गुलाबी के बीच में। आप नीली पर चले गए। वैसे तो तुम्हें गुलाबी पसंद है लेकिन अभी यहां पर नीली पसंद करना है। तो जब लड़की कोई फैसला लेने की सोचती है तो आपको उसको ऑपोजिट डायरेक्शन में उसे गाइड करना है ताकि वो आपकी गाइडेंस को फॉलो करे और आपके सजेशन पर फोकस करे।
ये दोधारी तलवार होती है। अब आपने किसी लड़की को बोला कि नीली वाली ज्यादा अच्छी लग रही है। अब लड़की नीली ड्रेस पहन लेती है तो उसको तारीफ मिल गई कि नीली तुम पर बहुत ज्यादा सूट कर रही हो। क्या लग रही हो? फिर तो भाई आपका काम हो गया, लेकिन अगर किसी ने कह दिया कि क्या तुम रंग-बिरंगा सा चटक पहन कर आ गई? तो वहां पर काम खराब भी हो सकता है।
तो आपको रिस्क तो लेना ही पड़ेगा। कुल मिलाकर जो रिवर्स साइकोलॉजी का कॉन्सेप्ट है कि जो लड़की पूछ रही है ना, जो लड़की ऑप्शन दे रही है उस ऑप्शन पर नहीं जाना। अपना कुछ अलग ही ऑप्शन देना है।
ट्रिक 4: प्ले फुल बनकर लड़की को चिढ़ाये
चौथा तरीका है फ्लैट का ऑपोजिट इस्तेमाल करना। फ्लैट का मतलब है थोड़े compliments देना, थोड़ी तारीफ करना। तो फ्लैट की जगह जब आप थोड़ा प्ले फुल बनकर लड़की को चिढ़ाते हो तो हम यहां पर उसको रिवर्स साइकॉलजी का इस्तेमाल कर पाते हैं। इससे क्या होता है कि वो आपकी तरफ और ज्यादा अट्रैक्ट होती चली जाती है।
Example 4
उदहारण के लिए, लड़की अगर तुमसे पूछती है कि क्या तुम्हें लगता है कि मैं यह प्रोजेक्ट कंप्लीट कर लूंगी? क्या तुम्हें लगता है कि मैं अच्छे से परफॉर्मेंस दे पाऊंगी? या तुम्हें क्या लगता है कि मैं जो ये वाला इवेंट को अच्छे से पूरा कर लूंगी तो आपको बोले हां शायद, पर शायद नहीं। तुम तो कर सकती हो।
आपको हवाबाजी नहीं करनी कि ” तुम तो कर ही लोगी। तुम कोई ऐसी चीज है जो तुम ना कर पाओ। तुम तो कुछ भी कर लोगी “, ये लाइन हर लड़का बोलेगा, लेकिन आप कुछ अलग बोलोगे।
जब लड़की आपसे कुछ पूछती है आपसे कुछ सलाह मांगती है तो आप थोड़ा प्ले फुल तरीके से आपको रिएक्ट करना है। आपको लड़की को डिमोटिवेट नहीं करना कि तुम नहीं कर पाओगी बल्कि थोड़ा सा बोलने की तुम कर भी लोगी या शायद नहीं भी कर पाओ या शायद कर भी लो। तो आप लड़की को चैलेंज कर रहे हो।
मैं आपको बता दूं अभी कुछ दिनों पहले एक लड़की का मेरे पास कॉल आया और उसने मुझे बोला कि तुम्हें याद है तुम उस दिन वहां पर थे और मैंने तुमसे कहा था कि प्लीज एक काम कर दो, मुझे तुम्हारी मदत चाहिए और तुमने बोला था नहीं मेरे पास टाइम नहीं है। मुझे बहुत बुरा लगा था और मैं सच बता रही हूं। ऐसा कभी किसी के साथ मत करना।
अब आपको लगेगा कि यार ये तो तूने भगा दिया। तुझे तो मदत करना चाहिए था। लड़की को तूने नाराज कर दिया। लेकिन आप ये नहीं सोच रहे कि लड़की को आज तक मैं याद हूं।
आप ये नहीं सोचते की लड़की के मन में ये चीज खटक रही है। आज तक लड़की आज भी मुझे अटेंशन दे रही है, मेरे बारे में सोच रही है और यही चीज तो आपको चाहिए।
ट्रिक 5: हेल्प के लिए ऑपोजिट अप्रोच करे
तरीका नंबर पाँच उसकी हेल्प के लिए ऑपोजिट अप्रोच करना। जब लड़की आपसे कोई हेल्प मांगती है, कोई सपोर्ट मांगती है, तो आपको Reverse Psychology का यूज करना है और उसकी हेल्प नहीं करनी। उसको मोटिवेट करते हुए ये कहना कि तुम ये चीज कर लोगी।
अब ये भी दोधारी तलवार है। अगर लड़की आपसे पूछते की मेरी हेल्प करोगे। अगर आप simply कह दो कि हां बताओ तुम्हें क्या करने में तो पहले से तैयार हूं। आपने कुछ ज्यादा अटेंशन दे दी जो कि हर लड़का देता है। तब भी काम नहीं बनता। अगर आप मना कर दोगे कि नहीं, मेरे पास टाइम नहीं है तो काम खराब हो जाएगा। वहां पर इतना मजा नहीं आएगा। लेकिन अगर आप ये बोलोगे ना कि हां मैं कर दूंगा लेकिन तुम already कर सकती हो या तुम यह काम कर लोगी।
मुझे पता है तुम कर पाओगी। अब अगर लड़की ने बाद में सच में अपने दम पर कर लिया फिर तो लड़की बोलेगी की तुम्हारी मोटिवेशन है। अगर लड़की नहीं कर पाई, फेल हो गई किसी चीज में तो लड़की बोलेगी की आप मना करके सही कर रहे थे।
Example 5
एक उदाहरण बताता हूँ। अगर लड़की आपसे बोलती है कि क्या तुम मुझे थोड़ा गाइडेंस दे सकते? इस प्रॉब्लम में मुझे Maths नहीं आती या मुझे ये इस प्रोजेक्ट में थोड़ी मदत चाहिए। क्या मेरी मदत कर दोगे? तो आपको ये नहीं बोलना हैं कि हां बोलो बोलो कब चाहिए, कैसे चाहिए, कहां चाहिए?
नहीं, आपको बोलना है कि यार मैं कर तो देता लेकिन अभी राइट में थोड़ा सा व्यस्त हूं। मुझे लगता है तुम खुद capable हो। उसको solve करने के लिए तुम्हें कुछ नहीं करना। यह एक वेबसाइट है, उस को खोलो उसमें ये वाला वीडियो या लेख है। उसको देख लो। हो जाएगा। मेरी जरूरत नहीं पड़ेगी।
आपने दो काम कर दिए। आपने ये भी बोल दिया की तुम इतनी ज्यादा इंपॉर्टेंट नहीं हो कि मैं अपना काम छोड़कर तुम्हे और गाइडेंस दूं। लेकिन इतनी इंपॉर्टेंट हो कि मैं तुम्हे लिंक भेज सकता हूं, तुम्हारी मदत करने के लिए।
तो जब लड़की आपसे हेल्प मांगती है तो आप उसको encourage तो करते हो कि वो खुद काबिल है, काम कर लेगी। लेकिन आप उसके इस उम्मीद के खिलाफ जाए तो जहां पर ये सोचती की लड़का है तो मेरे पीछे पड़ेगा ही, मैं तो जो माँगूंगी मुझे मिल ही जाएगा।
लड़के लड़कियों पर रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल क्यों करते हैं?
लड़के लड़कियों पर रिवर्स साइकोलॉजी का उपयोग करते हैं क्योकि लड़के जानते हैं कि ज़्यादातर लड़कियों को खुद नहीं पता होता हैं की वे अपने जीवन में क्या चाहती हैं। लड़के यह भी जानते हैं की लड़कियाँ वही चीज़ करती हैं जिस चीज़ या काम के लिए उसको मना किया जाता हैं।
लड़के इस चीज़ का फायदा उठा कर लड़कियों को वह काम ना करने को कहते हैं जो वह actually में चाहता हैं की लड़की करे। लड़की सोचती हैं कि इसने मुझे क्यों मना किया? अब तो मैं ज़रूर करुँगी ये काम।
इस तरह लड़की के मनोविज्ञान को लड़के control करते हैं।
लोग रिवर्स साइकोलॉजी का उपयोग क्यों करते हैं?
ऐसा माना जाता हैं की रिवर्स साइकोलॉजी असल में काम करती हैं। यह लोगो को सोचने पर मजबूर कर देती हैं। लोगो में उत्सुकता होती हैं। जब उन्हें किसी काम को करने से रोका जाता हैं तो वो उसी काम या चीज़ के बारे में सोचते रहता हैं।
इसलिए लोग अपना काम करवाने के लिए रिवर्स साइकोलॉजी का उपयोग करते हैं।
रिवर्स साइकोलॉजी का अर्थ क्या है?
रिवर्स साइकोलॉजी का मतलब होता हैं विपरीत मनोविज्ञान। इसमें इंसान वो ही कार्य करता हैं जिसे करने के लिए उसे रोका जाता हैं। इस तरकीब का इस्तेमाल करके अपनी बात मनवाने के लिए किया जाता हैं।
यह प्राकृतिक तरीके से हमारे दिमाग के काम करने की प्रकिया हैं। हमारा दिमाग किसी भी तरह की ग़ुलामी नहीं चाहता। वह स्वतंत्र रहना चाहता हैं। दिमाग यह बर्दाश्त नहीं करता की कोई उस पर कंट्रोल करे।
निष्कर्ष : Reverse Psychology की 5 ट्रिक्स
तो आप इन पांचों तरीके से क्या सीखा? तो जो लड़की की आपसे उम्मीद है उसके खिलाफ जाते हो लेकिन पूरी तरह भी ऑपोजिट नहीं जाते कि लड़की को उदास कर दो। लेकिन मोटिवेट भी करते हो, नहीं भी करते हो। लड़की को कुल मिलाकर कन्फ्यूज करते हो और एक कन्फ्यूज लड़की को पटाना बहुत आसान होता है।
सवाल जवाब
लोग रिवर्स साइकोलॉजी क्यों करते हैं?
किसी इंसान से ऐसा काम करवाना जो आप चाहते हैं की वो करे।
साइकोलॉजी का दूसरा नाम क्या है?
मनोविज्ञान
मनोविज्ञान में पिता कौन है?
विल्हेम वुंड्ट
भारत का नंबर वन मनोविज्ञान कौन है?
नरेंद्र नाथ सेन गुप्ता
साइकोलॉजी की खोज कब हुई?
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