दोस्तों, रिवर्स साइकोलॉजी हेरफेर एक ऐसी तकनीक है जिसमे एक इंसान किसी दूसरे इंसान को बिल्कुल विपरीत काम करने को कहता हैं, जो वह चाहता हैं.
उदहारण के तौर पर अगर आप चाहते हैं की कोई इंसान वह काम करे जो आप उस से करवाना चाहते हैं , लेकिन आप उसे कहते हैं कि वो काम बिलकुल ना करे.
आप जानते हो कि वह इंसान आपकी बात नहीं मानेगा और जो अपने कहा उसका बिलकुल उल्टा काम करेगा. आखिर में वह इंसान वही काम करता हैं जो आप चाहते थे. अक्सर देखा गया हैं कि लोग वही काम करते हैं जिसे करने से उन्हें रोका जाता हैं . इसी तकनीक को रिवर्स साइकोलॉजी हेरफेर कहा जाता हैं.
प्यार में रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल कैसे किया जाता है?
दोस्तों प्यार के मामले में रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल कई तरीको से किया जाता हैं .
Interest पैदा करना
यदि कोई इंसान अपने इंटरेस्ट बताने में झिझक रहा हैं और sure नहीं हैं. तब आपको भी ऐसा दिखाना हैं कि आप भी उसमें इंटरेस्टेड नहीं हो. इस से उस इंसान में आपके प्रति जिज्ञासा उत्पन्न हो जाती हैं. वह सोच में पढ़ जाता हैं कि आप क्यों उसमे इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं? वह आपके बारे में अधिक जान ने की कोशिश करेगा.
निर्णय लेना
जब हम किसी से रिलेशनशिप के बारे में कोई फैसला चाहते हैं. तब आपको उस फैसले के विकल्प इस तरह देना हैं कि वह इंसान वही विकल्प चुने जो आप चाहते हैं. यहाँ उस इंसान को लगेगा की वह फैसला उनका लिया हुआ हैं. यहाँ आपने directly ना बोलकर आपका मनचाहा फैसला उनसे द्वारा लिया हैं.
भावनाओ को जाने
कभी कभी आपके खुद के शक, आशंका या आपकी खुद की भावनाओ को किसी के सामने व्यक्त करके आप उस इंसान का इस बारे में क्या सोचना हैं यह जान सकते हैं .
व्यवहार में बदलाव
अगर आप चाहते हो कि कोई आपके प्रति उसका व्यवहार बदले क्योकि आपका रिलेशनशिप इस व्यव्हार से बिगड़ रहा हैं , तो आपको अप्रत्यक्ष तरीके से उसको यह दिखाना हैं कि अच्छे व्यवहार से उसको क्या क्या फायदा हो सकता हैं. इस तरह आप उस इंसान को बिना किसी आलोचना के बदल सकते हो.
इस तरह आप रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल करके अपने मन मुताबिक फैसला दुसरो के द्वारा ले सकते हो.
लड़के लड़कियों पर रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल क्यों करते हैं?
लड़के लड़कियों पर रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल विभिन्न कारणों से करते हैं, जैसे कि लड़को को अपनी बात लड़कियों से मनवाना होता हैं या कोई काम करवाना होता हैं.
अब जानते हैं कि लड़की पर रिवर्स साइकोलॉजी को कैसे इस्तेमाल किया जाता हैं? .
लड़की की रूचि को समझे
लड़कियों में बिल्कुल इंटरेस्ट दिखाकर लड़का यह जान सकता हैं की वाकई में लड़की उसमे इंटरेस्टेड हैं या नहीं? अगर लड़की लड़के से खुद बात करती हैं या बार-बार उसके सामने आती हैं तो लड़के समझ जाते हैं की लड़किया भी उसमे इंटरेस्टेड हैं.
आकर्षक दिखे
अगर लड़के लड़कियों मे कोई इंटरेस्ट नहीं दिखाते हैं तो लड़कियों को यह चीज़ आकर्षित करती हैं. लड़कियों को यह challenging लगता हैं . लड़की लड़के का अटेंशन पाने के लिए उत्सुक हो जाती हैं और लड़के की तरफ और आकर्षित हो जाती हैं.
जरूरतमंद ना दिखना
लड़के रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल इस तरह करते हैं कि लड़की को वह अधिक ज़रूरतमंद या उत्साहित ना लगे .
जब आप अनिश्चित हो
जब आपको पक्का नहीं पता होता हैं कि क्या वह लड़की आपको पसंद करती हैं या नहीं करती. लड़का रिवर्स साइकोलॉजी इस्तेमाल करता हैं जिस से लड़की फीलिंग को किसी तरह लड़के को बता देती हैं.
इस तरह से लड़के रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल करके लड़कियों से अपनी बात मनवा सकते हैं .
क्या रिवर्स साइकोलॉजी किसी लड़के पर काम करती है?
हाँ बिल्कुल reverse psychology लड़को पर भी काम करती हैं . रिवर्स साइकोलॉजी में लड़को को वो करने को कहा जाता हैं जो आपकी उम्मीद के बिलकुल उलट हो.
रिवर्स साइकोलॉजी इन महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर निर्भर हैं.
लड़के की personality
अगर लड़का स्वतंत्र या विद्रोही स्वभाव का हैं तो वह रिवर्स साइकोलॉजी पर ज़रूर प्रतिक्रिया देगा .
उम्र
किसी भी उम्र के लड़के चाहे किशोर हो या युवा रिवर्स साइकोलॉजी पर ज़रूर react करते हैं.
परिस्थिति
रिवर्स साइकोलॉजी काम करेंगी या नहीं यह काफी हद तक परिस्थिति पर निर्भर होता हैं.
सम्बन्ध
जिस लड़के पर आप रिवर्स साइकोलॉजी इस्तेमाल कर रहे हो , और आप में जो भी सम्बन्ध हैं उस सम्बन्ध पर ही निर्भर करता हैं कि रिवर्स साइकोलॉजी उसपर काम करेंगी या नहीं?
हालांकि , इस बात का ध्यान रखना चाहिए यह तकनीक उल्टी भी पड़ सकती हैं क्योंकि सामनेवाले इंसान को यह अहसास हो सकता हैं की उसपर रिवर्स साइकोलॉजी इस्तेमाल हो रही हैं.
आपको कैसे पता चलेगा कि कोई रिवर्स साइकोलॉजी का उपयोग कर रहा है?
कोई रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा हैं यहाँ पता करना काफी मुश्किल हैं लेकिन कुछ ऐसे signs हैं जिस से इसे पता करना आसान हो जाता हैं.
विरोधाभासी व्यव्हार
अगर कोई व्यक्ति आपको हमेशा उत्साहित करता हैं लेकिन अचानक से कहता हैं कि ये काम मत करो तो हो सकता हैं कि वह आप पर कोई tactic इस्तेमाल कर रहा हैं .
Tone और बॉडी लैंग्वेज
अगर उस व्यक्ति की आवाज़ का tone, उसके चेहरे के हाव-भाव और बॉडी लैंग्वेज उसके शब्दों से match नहीं हो रहे तो शायद हो सकता हैं कि वह आप पर रिवर्स साइकोलॉजी का प्रयोग कर रहा हो .
पिछला पैटर्न
अगर वह व्यक्ति अप्रत्यक्ष रूप से आपको प्रभावित करते रहता हो. पहले भी प्रभावित कर चुका हो तो शायद वह reverse psychology का इस्तेमाल कर रहा हैं .
तत्काल प्रतिक्रिया
अगर कोई इंसान आप पर reverse psychology इस्तेमाल कर रहा हैं तो वह आपकी प्रतिक्रिया को बड़े ध्यान से देखेंगा.
फायदा
अगर उसने आपको कुछ करने कहा हैं और आप उसका उल्टा काम करते हो तो उसको क्या फायदा हो सकता हैं? इस बात पर गौर करे.
सीधा सवाल
कभी कभी सीधा सवाल पूछने पर सामनेवाला इंसान अपने मन की बात खुद ही गलती से बता देता हैं . जैसे कि आप उसको पूछ सकते हो कि “आपको ऐसा क्यों लगता हैं कि मुझे यह काम नहीं करना चाहिए ?”
रिवर्स साइकोलॉजी से खुद को कैसे बचाएं?
खुद को रिवर्स साइकोलॉजी से बचाने के लिए निचे दिए गए बिन्दुओ को समझिये .
खुद के बारे में जागरूक रहे
समय समय पर अपनी फीलिंग्स और सोच का आकलन करे. अपनी प्रेरणाओं और इच्छाओं को समझें.
रुके और सोच विचार करे
जब भी आपको कोई कुछ करने या कुछ ना करने को कहता हैं तो समय लेकर उसपर विचार करे. इस पर विचार करें कि क्या उनका सुझाव आपके मूल्यों और लक्ष्यों से मेल खाता है?
स्पष्टीकरण मांगें
प्रश्न पूछें. इससे आपको यह पहचानने में मदद मिल सकती है कि क्या उस व्यक्ति के कुछ छुपे हुए उद्देश्य हैं?
अपनी अंतरात्मा पर भरोसा करे
यदि किसी के द्वारा दिए गए सुझाव आपको ठीक नहीं लग रहे तो आप अपनी अंतरात्मा पर भरोसा करे.
जानकारी प्राप्त करे
किसी के द्वारा कही बात पर फैसला लेने के पहले उस बात की सारी जानकारी ले ले. इस से आपको फैसला लेने में मदत मिलेंगी . आप अपने मित्रो से भी इस बात पर चर्चा कर सकते हैं ताकि सही फैसला ले पाए .
पैटर्न पहचानें
ऐसे लोगों से सावधान रहें जो लगातार रिवर्स साइकोलॉजी का उपयोग करते हैं। इस पैटर्न को पहचानने से आपको जागरूक रहने में मदद मिल सकती है.
शांत रहें
शांत और संयमित रहने से आपको अधिक स्पष्ट रूप से सोचने में मदद मिलती है. इस से आपकी निर्णय लेने की क्षमता बढ़ भी जाती हैं।
रिवर्स साइकोलॉजी का जवाब कैसे दें?
रिवर्स साइकोलॉजी का जवाब देने के लिए किन-किन tactics को पहचान ना जरुरी हैं ? आइये देखते हैं.
प्रयास को स्वीकार करें
बिना किसी परेशानी के reverse psychology को नरमी से स्वीकार करे. उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं, “ऐसा लगता है जैसे आप मुझसे जो सुझाव दे रहे हैं उसके उलट करने की कोशिश कर रहे हैं।”
शांत और संयमित रहें
अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। कुछ देर शांत रहकर सोच विचार करके रिवर्स साइकोलॉजी का जवाब दे .
इरादों को जाने
सामनेवाला इंसान क्या चाहता हैं? यह जानने के लिए उसके इरादों को परखे. खुलकर प्रश्न पूछें. जैसे कि “आपको क्यों लगता है कि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए?” या “आप ऐसी सलाह क्यों दे रहे हैं?”
अपने फैसले पर भरोसा करें
दूसरे व्यक्ति के सुझाव पर प्रतिक्रिया करने के बजाय अपने फैसले को अपने मूल्यों और लक्ष्यों पर आधारित करें। अपने लिए सही चुनाव करे और उस चुनाव पर भरोसा रखे.
अपना फैसला साफ़ साफ़ बताये
अपने फैसली को स्पष्ट रूप से और आत्मविश्वास के साथ व्यक्त करे.
किसी करीबी की मदत ले
अगर आपके मन में किसी भी प्रकार की शंका हैं तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदार की सहायता ले सकते हैं. उनसे राय लेकर आप अंतिम फैसला ले.
सीमाएं निर्धारित करे
जो लोग आपके साथ रिवर्स साइकोलॉजी इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें ये बताये कि आपको सीधी-सीधी और स्पष्ट बात करना पसंद हैं.
पैटर्न को समझे
अगर आप किसी को बार बार रिवर्स साइकोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए देखते हैं तो उनसे बात करे और कहे कि मैंने देखा है कि आप अक्सर जो चाहते हैं उसके विपरीत सुझाव देते हैं। क्या हम अधिक खुलकर बात कर सकते हैं?
मुद्दे पर ध्यान दें
Reverse psychology से भटकने के बजाय बातचीत को topic पर focused रखें.
क्या रिवर्स साइकोलॉजी खराब है?
देखा जाये तो रिवर्स साइकोलॉजी ख़राब नहीं होती हैं. लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता हैं कि यह कैसे इस्तेमाल की जा रही हैं.
नकारात्मक बाते
- चालाकी से काम करवाया जाता हैं .
- अनायास नतीजे आते हैं .
- कुछ समय तक ही असरदार .
- सीधी बातचीत के बजाय indirect tricks का उपयोग किया जाता है.
सकारात्मक बाते
- किसी को प्रोत्साहित करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं .
- किसी को प्रेरणा देने के लिए प्रयोग होता हैं .
- सीधे टकराव से बचा जा सकता हैं.
सवाल जवाब – प्यार में रिवर्स साइकोलॉजी
मनोविज्ञान पर सबसे बड़ा प्रभाव किसका था?
मनोविज्ञान पर सबसे बड़ा प्रभाव Sigmund Freud, Carl Jung, B.F. Skinne, Jean Piage और William James का था.
दूसरे का मन कैसे पढ़ा जाए?
दूसरे की का मन पढ़ने के लिए उसकी बॉडी लैंग्वेज, चेहरे के भाव और उनके eye contact के तरीके को ध्यान से देखे.
क्या रिवर्स साइकोलॉजी हेरफेर एक्स पर काम करती हैं?
हाँ , लगभग 80 प्रतिशत मामलो में रिवर्स साइकोलॉजी काम करती हैं.